पुस्तकें पढ़ने के क्या लाभ हैं?
हमे किताबे इसलिए नहीं पढ़नी चाहिए क्यूंकि उनसे हमारा मनोरंजन होता है, ब्लकि इसलिए पढ़नी चाहिए क्योंकि किताबों मे हमे हमारे सवाल के जवाब और अच्छा महसूस होता है
इस दुनिया मे सिर्फ हम लोग नहीं ब्लकि हमसे पहले भी करोडों अरबों लोग इस पृथ्वी पर रह कर जीवन जी चुके हैं
इसलिये ये बात 100% मुमकिन नहीं है कि जो समस्या हमने अपने जीवन मे झेली है या जिन समस्यायों का हम सामना कर रहे हैं उन समस्याओं का हमसे पहले यानी भूतकाल मे या इतिहास मे किसी ने सामना नहीं किया होगा, शायद हमसे ज्यादा किसी व्यक्ती ने उनका सामना किया होगा
आप आज जिन समस्याओ का सामना कर रहे हैं शायद आपसे पहले किसी ने भूतकाल मे उन समस्याओं का सामना किया हो और उनका समाधान या हल निकाला हो
और ऐसा भी मुमकिन है कि काफी लोग ऐसे भी रहे होंगे जिन्होंने समस्याओं को बहुत चालाकी और बहादुरी से सुलझाया हो
और जो उन चालाक लोगों से ज्यादा भज कुछ लोग इतने बुद्धिमान और चालाक निकले की उन्होंने उस हल को किताबों मे लिख दिया ताकि वो उसे कभी भूले ही ना
इसलिये उन्हीं चालाक और बुद्धिमान लोगों की किताबे पढ़ने से आज हम उन समस्याओं को चंद समय मे ठीक कर लेते हैं क्यूंकि हमे पता है कि वो कैसे ठीक होगी और पता ना हो तो किताबों मे देखकर ठीक हो जाएगी
आपको इस बात का अर्थ हम और बेहतर तरीके से एक उदहारण के साथ समझाते हैं
मान लीजिए आपने कोई काम शुरू किया जैसे इलैक्ट्रिक का तो आप को उस काम मे कोई समस्या आएगी तो आप बाजार से या ऑनलाइन किताब के माध्यम से उस समस्या का पूरा हल ढूंढ कर उसे हल कर देंगे
ठीक ऐसे ही आपने शेयर मार्केट मे काम शुरू किया आपको उसमे काफी चीजे समझ नहीं आई आपको नुकसान होने लगा तो आप बाजार या ऑनलाइन माध्यम से शेयर मार्केट की किताब लेकर उस समस्या को सुलझा लेंगे
आपने जिम जॉइन किया बॉडी बनाने के लिए लेकिन आपकी बॉडी नहीं बन पा रही है तो आप उससे सम्बंधित किताब खरीदेंगे और देखेंगे कि बॉडी बनाने के लिए क्या ज़रूरी है और किताब मे बताये तरीके के अनुसार आप बॉडी बनाना शुरू करेंगे, खाना खाएंगे और शायद 99% मुमकिन है कि आपकी बॉडी बन जाएगी क्यूंकि जिस लेखक ने ये किताब मे लिखा है उसने इस समस्या का समाधान ढूंढ कर ही उसे किताब मे लिखा जिसका इस्तेमाल आप कर रहे हैं
अगर आपको अँग्रेजी नहीं आती तो आप अँग्रेजी की किताब लेंगे
अगर आप धर्म से जुड़ी जानकारी लेते हैं जैसे हिन्दू धर्म तो आप वेद या भगवत गीता खरीदेंगे और हिन्दू धर्म की जानकारी लेंगे, अगर आपको इस्लाम या ईसाई धर्म की जानकारी चाहिये तो आप कुरान या बाइबल लेंगे और उससे जानकारी लेंगे
तो आप समझ गए होंगे किताब के फायदे
अब आपको जल्दी यात्रा करनी है तो आप को दोबारा से पहिये की खोज नहीं करनी होगी क्योंकि जिसने पहिये की खोज की उसने ना सिर्फ उसे बनाया ब्लकि उसे बनाने का तरीका किताब मे लिख दिया
फिर अगले व्यक्ती ने इंजन का अविष्कार कर दिया जिससे पहिया अपने आप मोटर से चलने लगा
फिर तीसरे व्यक्ती ने उस उस पहिये और इंजन के ऊपर कुर्सी लगा दी
चौथा व्यक्ती आया उसने उस बयान पर बाहर से बॉडी लगा दी जिससे वह वाहन आकर्षित लगे और सब उसे देखकर पसन्द करें तो ये सब हम धीरे धीरे किताबों के माध्यम से ही सीख कर आए हैं क्यूंकि एक इंजिनियर ही गाड़ी बनाता है और वह अपने ज्ञान का इस्तेमाल करके ये सब कार्य करता है
इसका फायदा यह होगा की आप कम समय मे बिना गलती किये, मनचाहे परीणाम हांसिल कर सकेंगे।
और याद रहें, जैसा कि चाणक्य ने कहा था-
आपको सिर्फ अपनी गलतियों से ही नही, दूसरे लोगो की गलतियों से भी सीखना होगा। क्योंकि जिंदगी ने आपको उतना समय नही दिया है कि आप दूसरें लोगों ने की हुई उन सारी गलतियों को खुद दुबारा कर के फिर उनसे सबक सीखें।
शुक्रिया, मेरे जवाब को अंत तक झेलने के लिए।